स्वीकार करो विदाई देवा

स्वीकार करो विदाई देवा

🌺 स्वीकार करो विदाई हे देवा – गणपति महाराज को भावभीनी विदाई 🌺

🙏 जय श्री गणेशा! 🙏

हर साल जब गणपति बाप्पा हमारे घरों में आते हैं, तो वातावरण भक्तिभाव,

उल्लास और प्रेम से भर उठता है। हम उनकी स्थापना करते हैं, पूजा करते हैं,

आरती गाते हैं, और उनसे अपने जीवन में सुख-समृद्धि की कामना करते हैं।

लेकिन जब विदाई का समय आता है, तो हर आँख नम हो उठती है।

इस भावुक क्षण को समर्पित है यह सुंदर भजन:


🎵 “स्वीकार करो विदाई हे देवा, गणपति महाराज…” 🎵

ब्रह्मा, विष्णु, महेश, ओ मात भवानी
विदाई स्वीकारो आज
स्वीकार करो विदाई हे देवा, गणपति महाराज।

भक्तगण अपने आराध्य को नम आँखों से विदा करते हैं,

और प्रार्थना करते हैं कि वे उन्हें क्षमा करें यदि कोई त्रुटि हुई हो।

पूजा, आरती, हवन हमने किए, भाव भरे मन से तुम्हें हम पूजे।
अपने बच्चों को करना क्षमा, जो भी भूल हुई हो आज।

इस पंक्ति में मानवता और भक्ति का मिलन है — जहाँ भक्त अपनी

सीमाओं को स्वीकारते हुए भगवान से क्षमा और आशीर्वाद माँगते हैं।


💫 भक्ति के प्रतीक देवों को नमन 💫

राम भगत हनुमान, ओ जय सिया राम
माता लक्ष्मी, सरस्वती, माँ दुर्गा, महाकाली
ब्रह्मा, विष्णु, महेश – ओ मात भवानी

भजन न केवल गणपति जी को, बल्कि समस्त देवी-देवताओं को श्रद्धा से नमन करता है।


🪔 विदाई का भावुक दृश्य 🪔

दरबार से अब करते है विदाई, पर हर नयन आज भीग आए।
फिर अगले बार प्रभु पधारो, हम दिल से बुलाएँगे।

हर भक्त यह वचन देता है कि अगली बार फिर पूरे प्रेम और भक्ति से वह गणपति बाप्पा को आमंत्रित करेगा।


🕉️ निष्कर्ष: भाव और भक्ति का मिलन 🕉️

यह भजन सिर्फ एक गीत नहीं, एक आध्यात्मिक अनुभव है, जो हमें भगवान के प्रति निष्ठा,

प्रेम और आत्मसमर्पण का बोध कराता है। गणपति विसर्जन का समय चाहे कितना भी

कठिन क्यों न हो, यह भजन हमें यह याद दिलाता है कि यह एक नई शुरुआत का वादा भी है।

🙏 गणपति बाप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ! 🙏

भजन का लिरिक्स

स्वीकार करो विदाई हे देवा, गणपति महाराज।2
ब्रह्मा, विष्णु, महेश, ओ मात भवानी 2

विदाई स्वीकारो आज
स्वीकार करो विदाई हेदेवा, गणपति महाराज।2

पूजा, आरती, हवन हमने किए, भाव भरे मन से तुम्हें हम पूजे ।2
अपने बच्चों को करना क्षमा,2

जो भी भूल हुई हो आज।
स्वीकार करो विदाईहेदेवा,
गणपति महाराज।

राम भगत हनुमान , ओ जय सिया राम 2
विदाई स्वीकारो आज
स्वीकार करो विदाईहेदेवा,
गणपति महाराज।

जो भी हमसे आज बन पाया वो सब सच्चे मन से अर्पित किया। 2
हम पर कृपा बनाए रखना 2
और रखना सदा सिर पर हाथ।

स्वीकार करो विदाईहेदेवा,
गणपति महाराज।
माता लक्ष्मी सरस्वती माँ दुर्गा महाकाली 2

विदाई स्वीकारो आज
स्वीकार करो विदाईहेदेवा,
गणपति महाराज।

दरबार से अब करते है विदाई पर हर नयन आज भीग आए 2
फिर अगले बार प्रभु पधारो 2
हम दिल से बुलाएँगे
स्वीकारकरो विदाई हेदेवा,
गणपति महाराज।
ब्रह्मा, विष्णु, महेश, ओ मात भवानी 2
विदाई स्वीकारो आज
स्वीकार करो विदाईहेदेवा,
गणपति महाराज।

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1 thought on “स्वीकार करो विदाई देवा”

  1. Halchal Hindustani Rajbhar

    “गणपति बाप्पा को ससम्मान विदाई देते हैं, क्योंकि वे हर वर्ष हमारे जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लेकर आते हैं।”

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